गुजरात के कृषि मंत्री राजीवजी पटेल ने विधानसभा में बताया कि राज्य ने बीते पांच सालों में बेमौसम बारिश और आंधी से हुए फसल नुकसान की भरपाई के लिए 99.43 लाख किसानों को 12,389 करोड़ से ज्यादा की सहायता राशि वितरित की है। हालांकि सरकार ने यह भी स्वीकार किया कि खरीफ 2019 के तहत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बीमा प्रीमियम का 185.31 करोड़ रुपए प्रशासनिक देरी के चलते अब तक जारी नहीं किया जा सका है।
नवीनतम राहत पैकेज खरीफ 2024 के दौरान भारी बारिश से प्रभावित फसल किसानों के लिए दिया गया है। इस बारिश ने जूनागढ़ और पोरबंदर जिलों में मूंगफली, कपास, सोयाबीन, मूंग, उड़द, अरहर, सब्जियों और चारे की फसलों को बुरी तरह बर्बाद कर दिया था। एक सर्वेक्षण के मुताबिक जूनागढ़ में 18,023 और पोरबंदर में 50,206 किसानों को प्रभावित पाया गया, जिसके बाद सरकार ने 68,229 किसानों के बैंक खातों में सीधे 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि हस्तांतरित की।
गुजरात सरकार ने भले ही किसानों को फसल नुकसान के लिए करोड़ों रुपए का मुआवजा देने का दावा किया हो, लेकिन विधानसभा में यह भी स्वीकार किया कि खरीफ 2019 के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 185.31 करोड़ रुपए का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। कांग्रेस विधायक शैलेश परमार के एक सवाल के जवाब में सरकार ने इस देरी के लिए प्रशासनिक कारणों को जिम्मेदार ठहराया।
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