देश के चीनी उत्पादन में गिरावट देखने को मिल रही है। नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के आंकड़ों के मुताबिक, 15 जनवरी 2024 तक देश में 148.7 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ, जो बीते साल की इसी अवधि के दौरान के 160.00 लाख टन के मुकाबले 7.06 प्रतिशत कम हैं। मौजूदा समय में देश की 509 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू है, जिनमें से सबसे ज्यादा मिले उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक की है। महाराष्ट्र में 197 चीनी मिलों ने 51 लाख टन चीनी का उत्पादन किया।
जबकि उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों ने 465.7 लाख टन गन्ने की पेराई से 46.1 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। कर्नाटक की 69 चीनी मिलों में 31 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष जयप्रकाश दांडेगांवकर ने चालू चीनी सीजन के अंत तक देश का चीनी उत्पादन कम से कम 305.5 लाख टन पहुंचने का अनुमान जताया है।
उनके मुताबिक सीजन के अंत तक उत्तर प्रदेश में 115 लाख टन, महाराष्ट्र में 90 लाख टन, कर्नाटक में 42 लाख टन, तमिलनाडु में 12 लाख टन और गुजरात में 10 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है। चीनी उत्पादन में गिरावट को देखते हुए सरकार ने कुछ पहल की हैं। सरकार ने गन्ना किसानों को 3.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गन्ना मूल्य का भुगतान करने का आदेश दिया है। इसके अलावा, सरकार ने चीनी निर्यात पर 20 प्रतिशत प्रतिबंध भी लगाया है।
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