आधुनिक ट्रैक्टर कृषि यंत्रों का एक अभिन्न हिस्सा है। इसमें विभिन्न कृषि यंत्रों को जोड़ कर कई कृषि कार्यों को किया जा सकता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रेक्टर के भी कई प्रकार होते हैं? यदि आपको भी ट्रेक्टर के विभिन्न प्रकार एवं इसके कार्यों की जानकारी नहीं है तो आइए कृषि जागृति के इस पोस्ट से जानते है विस्तार से!
यूटिलिटी ट्रैक्टर: इसका सबसे अधिक उपयोग बुआई एवं ढुलाई के लिए किया जाता हैं। इसके अलावा इसका उपयोग इसमें यंत्रों को बांध के उन्हें मिट्टी के ऊपर खींचने के लिए भी किया जाता हैं। इस तरह के ट्रेक्टर में हार्वेस्टर, थ्रेसर आदि यंत्रों को जोड़ कर कटाई का कार्य भी किया जाता हैं।
ऑर्चर्ड टाइप ट्रेक्टर: यह ट्रैक्टर फलों की बागवानी करने वाले किसानों के लिए यह उपयुक्त है। यह कम पवार के और ऊंचे होते हैं। जिससे वृक्षों की ऊंची सखाओ तक आसानी से पहुंचा जा सकता हैं। इस ट्रेक्टर को कम जगह में तेजी से चलाया जा सकता हैं।
रॉ क्रॉप ट्रेक्टर: इस ट्रेक्टर के द्वारा खेत में फसल की सीधी लाइन में बुआई की जा सकती है। इसका उपयोग करके किसान फसल की अधिकतम उत्पादकता प्राप्त कर सकते हैं।
गार्डन ट्रेक्टर: यह सबसे छोटे ट्रेक्टर होते हैं। इसका उपयोग बागों में किया जाता हैं। बाग बगीचों के छोटे बड़े कृषि कार्यों के लिए सबसे उपयुक्त है।
दो और तीन पहिया ट्रेक्टर: आमतोर पर हम सभी ने 4 पहिए वाले ट्रेक्टरो को देखा है। लेकिन बाजार में 2 और 3 पहिए वाले ट्रेक्टर भी उपलब्ध हैं। 2 पहिए वाले ट्रेक्टर को हम रोटरी टिलर के नाम से भी जाना जाता हैं। छोटे किसानो के लिए इस तरह के ट्रेक्टर बहुत उपयोगी साबित होते है।
इसके अलावा कई अन्य प्रकार के ट्रैक्टर्स भी उपलब्ध हैं। जिनमे इंडस्ट्रियल ट्रेक्टर, ड्राइवर लेस ट्रेक्टर, अर्थ मूविंग ट्रेक्टर, आदि शामिल हैं। लेकिन इन ट्रेक्टरों का इस्तेमाल कृषि कार्यों की जगह निर्माण स्थल एवं इंडस्ट्री के कार्यों में किया जाता हैं।
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