उपभोक्ता मामलों के विभाग ने खुदरा विक्रेताओं से मंडी में दालों की कीमतों में आई गिरावट के अनुरूप खुदरा दरों में कटौती करने के निर्देश दिए हैं। थोक बाजार में अरहर, मसूर, चना, मूंग, पीली मटर और उड़द की कीमतों में पिछले कुछ महीनों में 5 से 20 प्रतिशत तक गिरावट आई है, लेकिन खुदरा दरें अब भी स्थित बनी हुई हैं।
मंत्रालय के मूल्य निगरानी प्रकोष्ठ के अनुसार, अरहर, उड़द और मसूर की खुदरा कीमतें पिछले तीन महीनों से क्रमशः 160, 120 और 90 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी हुई हैं, जबकि मूंग की कीमतें 8 प्रतिशत गिरकर 110 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है।
महाराष्ट्र के लातूर में नई तुअर और उड़द की मंडी कीमतें क्रमशः 7,550 और 7,400 रुपए प्रति क्विंटल तक आ गई हैं, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी के स्तर पर हैं। जबकि पिछले दो सालों में उत्पादन में गिरावट के कारण मंडी कीमतें 90 से 100 रुपए प्रति किलोग्राम तक थी, जिससे खुदरा दरों में तेज वृद्धि हुई थी।
सरकारी एजेंसियों एनसीसीएफ और नेफेड ने दो साल के अंतराल के बाद तुअर दाल की खरीद कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शुरु कर दी है। महाराष्ट्र में भी जल्द ही तुअर दाल की खरीद शुरू होगी। कृषि मंत्रालय ने कर्नाटक में चने के विकल्प के रूप में 96,498 टन चना खरीदने को भी मंजूरी दी है।
गौरतलब है कि भारत अपनी वार्षिक दाल खपत का 11 प्रतिशत से ज्यादा आयत करता है, जिसमें प्रमुख निर्यातक देश कनाडा, रूस, ऑस्ट्रेलिया, म्यांमार, तंजानिया, मलावी और मोज़ाम्बिक शामिल हैं। 2023 से 24 फसल वर्ष में दलहन उत्पादन घटकर 24.24 टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत कम है।
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