केंद्र सरकार ने बोलगार्ड-।। कपास बीज की कीमत 37 रूपये बढ़ाकर 901 रुपए प्रति पैकेट कर दी है, जबकि बोलगार्ड-। की कीमत 635 रुपए प्रति पैकेट तय की गई है। हालांकि, बीज उद्योग इस वृद्धि को अपर्याप्त मान रहा है, जबकि किसान संगठनों ने इसे किसानों के लिए नुकसानदायक बताता है।
अखिल भारतीय किसान सभा ने इस मूल्य वृद्धि की आलोचना करते हुए इसे कपास किसानों की आर्थिक परेशानियों को और बढ़ाने वाला कदम बताया। किसान सभा के महासचिव विजू कृष्णन ने कहां कि बीज कंपनियां मामूली मूल्य वृद्धि के बावजूद अच्छा मुनाफा कमा रही हैं, जबकि इससे किसानों की लागत बढ़ेगी।
भारतीय बीज उद्योग महासंघ के अनुसार, वर्तमान मूल्य वृद्धि से बीज कंपनियों की वित्तीय व्यवहार्यता बहाल नहीं होगी, न ही यह अनुसंधान को प्रोत्साहित करेगी। महासंघ का कहना है कि 2016 में 751 रुपए प्रति पैकेट की कीमत अब 901 हुई है, जो केवल 1.8 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि है, जबकि इसी अवधि में कृषि मजदूरी 120 प्रतिशत और उर्वरक की कीमतें दोगुनी हो गई हैं।
महासंघ ने अनुमान लगाया कि बोलगार्ड-।। कपास बीज की उचित कीमत 1,020 रुपए प्रति पैकेट होनी चाहिए। वहीं नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी इस मूल्य वृद्धि को नाकाफी बताया है। NSAI के अध्यक्ष एम.प्रभाकर और विकास पर असर पड़ेगा, जिससे भविष्य में बीज उत्पादन में कमी आ सकती है।
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