देशभर में सरकारी एजेंसियों द्वारा गेहूं खरीद का आकंड़ा 200 लाख टन के करीब पहुंच गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, 24 अप्रैल तक कुल 198.6 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी, जो पिछले साल की तुलना में 46 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले साल के इसी समय तक 135.8 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।
पंजाब और हरियाणा जैसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्यों से अनाज के ढेर लगने की खबरें सामने आई हैं। इन राज्यों में अनाज निकासी की गति धीमी होने से कुछ जिलों में नई कटाई का अनाज खुले में जमा हो गया है। सूत्रों के अनुसार, कई नए बने साइलो पहले ही भर चुके हैं, जिससे भारतीय खाद्य निगम यानि एफसीआई को अनाज परिवहन के लिए अतिरिक्त रेक्स की व्यवस्था करनी पड़ रही है।
पंजाब ने खरीद में देरी के बावजूद अन्य सभी राज्यों को पीछे छोड़ते हुए 68.4 लाख टन गेहूं खरीदा है, जो पिछले साल के इसी अवधि में 45.8 लाख टन था। हरियाणा की खरीद भी बढ़कर 58.9 लाख टन हो गई है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 51.9 लाख टन था।
मध्य प्रदेश ने भी इस बार रिकॉड गति से खरीद की है। एफसीआई के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 56.5 लाख टन गेहूं खरीदा गया है, जबकि पिछले साल के इसी समय तक 31.1 लाख टन की खरीद हुई थी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 2,420 रुपए प्रति क्विंटल के साथ-साथ किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस भी देने की घोषणा की है।
कृषि मंत्रालय ने फसल वर्ष 2024-25 के लिए गेहूं उत्पादन का अनुमान 1154 लाख टन लगाया है, जो पिछले साल के 1132.9 लाख टन के मुकाबले ज्यादा है। शुक्रवार को मंडियों में गेहूं के औसत दाम मध्य प्रदेश में 2,494 रुपए, राजस्थान में 2,473 रुपए, हरियाणा में 2,426 रुपए, और पंजाब में 2,427 रुपए प्रति क्विंटल रहे।
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