केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा लोकसभा में दी जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन योजना के तहत किसानों को 15.23 लाख कृषि उपकरण प्रदान किया हैं। साथ ही देश में 43,954 कस्टम हायरिंग सेंटर/ हाईटेक हब/ फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने कहां कि देश में कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 2014 से 15 से राज्य सरकारों के माध्यम से कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन चलाया जा रहा है।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को 15,23,650 कृषि मशीनरी और उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें ट्रैक्टर, पावर टिलर, कंबाइन हार्वेस्टर, स्व-चालित मशीनरी, ट्रैक्टर/पावर टिलर चालित उपकरण, कृषि ड्रोन और पौध संरक्षण उपकरण आदि शामिल हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहां कि कृषि मशीनीकरण और फसल उत्पादकता का सीधा संबंध हैं। कृषि मशीनीकरण से समय और श्रम की बचत होती और विभिन्न महंगी आदानों की उपयोगिता क्षमता बढ़ती है। साथ ही फसल की कटाई के बाद का नुकसान कम होता है और फसल उत्पादन और कृषि आय में वृद्धि होती है।
उन्होंने आगे कहां, भारत कृषि मशीनीकरण की ओर अग्रसर है और यह पाया गया है कि कृषि मशीनीकरण से बीज में बचत 15 से 20 प्रतिशत, उर्वरक में बचत 15 से 20 प्रतिशत, समय की बचत 20 से 30 प्रतिशत, खरपतवार में कमी 20 से 40 प्रतिशत, श्रम में कमी 20 से 30 प्रतिशत, अंकुरण दर में सुधार 7 से 25 प्रतिशत, फसल गहनता में वृद्धि 5 से 20 प्रतिशत और फसल उपज में वृद्धि 13 से 23 प्रतिशत होती है।
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