चीन के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ के कारण वहां के लाल मिर्च के उत्पादन पर कुछ असर पड़ा है। जिसके चलते भारतीय लाल मिर्च निर्यातकों को सबसे बड़े खरीदार चीन से मांग वापस लौटने की उम्मीद है। आपको बता दे कि हाल के कुछ महीनों में चीन से मांग कम हो गई थी। लेकिन अब इस घटना को देखते हुए फिर से चीन भारत से मिर्च का निर्यात कर सकता है।
अखिल भारतीय मिर्च निर्यातक संघ के अध्यक्ष संबादिवा राव वेलगापुडी ने कहां कि बाढ़ के कारण चीन के कुछ हिस्सों में उत्पादन 30 से 40 प्रतिशत प्रभावित हुआ है। जिसके चलते चीन भारत से लाल मिर्च का निर्यात करेगा।
हमें उम्मीद है कि आने वाले हफ्तों में चीन और बांग्लादेश से खरीद बढ़ने के साथ ही मिर्च की कीमतें 10 से 20 प्रतिशत किलोग्राम तक बढ़ जाएंगी। मिर्च की कीमतें बढ़ने पर हमारे किसान भाइयों को दुगुना फायदा होगा।
इसलिए जिन किसी किसान भाई के पास लाल मिर्च है वे अभी न बेचे। राव ने कहां कि चीन में मिर्च का स्टॉक लगभग 75 फीसदी कम हो गया है। महीने भर पहले चीन के पास 2,000 कंटेनर मिर्च का स्टॉक था। हालांकि अब उसके पास केवल 500 कंटेनर स्टॉक बचा हैं।
चीन का स्टॉक घटने के चलते वहां से मांग बढ़ने की अपेक्षा है। मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 से 23 के दौरान मूल्य के हिसाब से भारत का मिर्च निर्यात रिकॉड ऊंचाई पर जाकर 10,444 करोड़ से अधिक हो गया। 2022 से 23 में चीन ने भारत से 3,408 करोड़ से अधिक मूल्य की 1.57 लाख टन से अधिक भारतीय मिर्च खरीदी थी, जो निर्यात मूल्य का लगभग एक तिहाई है।
यह भी पढ़े : नस्ल सुधार को मिशन मोड में ले अधिकारी-जेपी दलाल
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए जुड़े रहे कृषि जागृति चलो गांव की ओर से। धन्यवाद