चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घरेलू ट्रैक्टर बिक्री में गिरावट देखी गई है। सितंबर तिमाही में देशभर में 208,766 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई, जो पिछले साल की इसी अवधि में हुई 221,588 ट्रैक्टरों की बिक्री से 6 फीसदी कम हैं। ट्रैक्टर एंड मैकेनाइजेशन एसोसिएशन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, इस साल के सितंबर महीने के दौरान देश में कुल 96,934 ट्रैक्टर बेचे गए।
जबकि पिछले साल की इसी अवधि के दौरान देश में 1,13,686 ट्रैक्टर बेचे गए थे। सितंबर तिमाही में ट्रैक्टर के उत्पादन और निर्यात में भी गिरावट आई हैं। अगस्त की तुलना में सितंबर में ट्रैक्टर की बिक्री बढ़ी है। बावजूद इसके दूसरी तिमाही की कुल ट्रैक्टर बिक्री में गिरावट आई हैं। दोनों प्रमुख ट्रैक्टर निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा और एस्कोर्टस कुबोटा की बिक्री में 11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
भारतीय कृषि अर्थव्यवस्था कमजोर चल रही है। इससे किसानों की आय में गिरावट आई है, जिससे वे ट्रैक्टर खरीदने में रुचि कम दिखा रहे हैं।हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में ट्रैक्टर बिक्री में सुधार होगा। वे कहते हैं कि रबी की बुवाई के मौसम में ट्रैक्टर की मांग बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, सरकार की कृषि क्षेत्र में सहायता के उपायों से भी ट्रैक्टर बिक्री में सुधार हो सकता है।
घरेलू ट्रैक्टर बिक्री में गिरावट एक चिंताजनक संकेत है। यह संकेत दे सकता है कि किसानों की आय में कमी आ रही है या वे नई तकनीक में निवेश करने में रुचि नहीं रखते हैं। सरकार को ट्रैक्टर बिक्री को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है, जैसे कि ब्याज दरों में कमी करना और किसानों को सब्सिडी देना।
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