राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्याज की खुदरा कीमतों 25 से 50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। फिलहाल गुणवत्ता के आधार पर प्याज 50 से 70 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रहा है। देश की अन्य प्रमुख मंडियों में भी प्याज की खुदरा कीमतों में वृद्धि देखने को मिल रही हैं। बारिश में देरी के चलते इस साल प्याज की फसल में देरी हुई है। साथ ही सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में प्याज की फसल का रकबा घटा है। इसी के चलते प्याज की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा हैं।
प्याज की कीमतों में पिछले लगभग 10 दिनों में ही 50 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है और आनेवाले कुछ दिनों तक प्याज की कीमतों में तेजी का रुख बना रहने की संभावना हैं। इन कारणों से, 2023 में प्याज की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। सितंबर 2023 में, प्याज की कीमतें औसतन 33.41 रुपये प्रति किलो थीं, जो एक साल पहले के मुकाबले 37% अधिक थी। अक्टूबर 2023 में, प्याज की कीमतें और भी बढ़कर 40 से 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं।
प्याज की कीमतों में वृद्धि से आम लोगों की जेब पर भारी बोझ पड़ रहा है। सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। सरकार ने बफर स्टॉक से प्याज की बिक्री शुरू की है, जिससे घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति में सुधार हो रहा है। सरकार ने प्याज के निर्यात पर शुल्क में कमी करने की योजना बनाई है, जिससे वैश्विक बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ सकती है।
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