बिहार के अररिया में कृषि विभाग की टीम ने छापेमारी कर नकली खाद बनाने वाली कंपनी का पर्दाफाश किया है। विभाग की टीम ने फारबिसगंज अनुमंडल के बथनाहा ओपी क्षेत्र में यह छापामारी की। इस कार्रवाई में 150 बोरे में भरी नकली खाद और खाद बनाने वाली सामग्रियों मिली। कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि फारबिसगंज अनुमंडल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नकली खाद बनाई जा रही है। इसको देखते हुए अररिया जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
जिस वक्त गोदाम में छापेमारी की गई, उस वक्त मयूरेट ऑफ पोटाश और दूसरी सामग्रियों को मिक्स कर बोरियों में पैक किया जा रहा था। पुलिस ने गोदाम मालिक को हिरासत में ले लिया है। कार्रवाई करते हुए गोदाम को सील किया और गोदाम मालिक को जेल भेज दिया गया।नकली खाद से किसानों को काफी नुकसान हो सकता है। नकली खाद में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है।
इससे फसलों की वृद्धि और विकास बाधित हो सकता है। इसके अलावा, नकली खाद के इस्तेमाल से फसलों में बीमारी और कीटों का प्रकोप बढ़ सकता है। किसानों को नकली खाद से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। किसान खाद खरीदते समय हमेशा रजिस्टर्ड दुकानों से खाद खरीदें। खाद खरीदते समय खाद की गुणवत्ता की जांच अवश्य करें। खाद की पैकिंग पर उचित जानकारी अंकित होनी चाहिए।
यह भी पढ़े: प्वाइंट ऑफ सेल मशीन के माध्यम से उर्वरक बेचने के मिले निर्देश
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े रहे या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें। धन्यवाद