मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री डॉ एल मुरुगन ने कहां कि जहाजों को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने की क्षमता का स्थाई तरीके से प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए मछली पकड़ने वाली नौकाओं को उन्नत करने के लिए अनुसंधान और डिजाइन की जरूरत हैं। केंद्र सरकार गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए पारंपरिक मछुआरों को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डॉ एल मुरुगन ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के माध्यम से पारंपरिक मछुआरों को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने की तरफ परिवर्तन में समर्थन दिया जा रहा है। इस योजना के तहत सरकार पारंपरिक मछुआरों को अपने जहाजों को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाली नौकाओं में बदलने के लिए 60 प्रतिशत तक कि वित्तीय सहायता प्रदान कर रही हैं।
डॉ एल मुरुगन ने आगे कहां कि टूना मछलियों की दुनिया भर में काफी मांग है और भारत में अपनी टूना मछली पकड़ने की क्षमता बढ़ाने की शक्ति है। उन्होंने अधिक स्टार्ट-अप को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के क्षेत्र में प्रवेश करने और ईंधन की लागत को कम करने और मछली पकड़ने वाली नौकाओं में हरित ईंधन के उपयोग की खोज पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अनुसंधान का आह्वान किया।
पात्र मछुआरे इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन संबंधित मत्स्य विभाग में किया जा सकता है। इस योजना से भारत के मछली पालन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और मछुआरों की आय में वृद्धि होगी। यह योजना भारत के खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है
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