हिमाचल प्रदेश में जल्द गोबर खरीद योजना शुरू होने वाली है। इस योजना के तहत सरकार किसानों से गोबर खरीदेगी। निजी क्षेत्र की भागीदारी से योजना शुरू होगी। किसानों से सिर्फ सूखा गोबर खरीदा जाएगा। इसके लिए कृषि विभाग ब्लॉक स्तर पर क्लस्टर बनाकर किसानों का पंजीकरण करेगा। कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बताया कि गोबर से कृषि विभाग के फॉर्म में जैविक खाद तैयार की जाएगी ताकि किसान बागवान ऑर्गेनिक उत्पाद तैयार कर सकें।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में तीन लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। अब हिमाचल सरकार किसानों से दिसंबर तक गोबर खरीद करने की तैयारी में है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और जैविक खेती को बढ़ावा देना है। गोबर का उपयोग जैविक खाद बनाने के लिए किया जाएगा। जैविक खाद मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है और फसलों की उत्पादकता में सुधार करती है। योजना के तहत गोबर खरीदने के लिए किसानों को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा।
किसानों को गोबर को साफ और सुखाकर लाने की आवश्यकता होगी। गोबर को गोबर गड्ढे से निकालने के लिए किसानों को गड्ढे का निर्माण करना होगा। इस योजना का लाभ किसानों के साथ-साथ पर्यावरण को भी होगा। इस योजना से किसानों को गोबर को फेंकने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोका जा सकेगा।
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