अंग्रेजी गाजर की जैविक खेती करने के लिए आपको सबसे पहले खेत की तैयारी करनी होगी। अंग्रेजी गाजर की बुआई का सबसे उपयुक्त समय अगस्त से नवंबर माह है। इस अवधि में खेत की 2 से 3 बार गहरी जुताई या रोपाई करके खेत को सहारा देना चाहिए, ताकि मिट्टी ऊबड़-खाबड़ होने पर भी समतल हो सके। इसके बाद मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए 100 से 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट में 10 किलोग्राम जी-प्रोम एडवांस प्लस जी-सी पावर प्लस 4 किलोग्राम जी-वैम को मिलाकर प्रति एकड़ खेत में छिड़काव कर मिट्टी को उपचारित करें।
फिर बीज को उपचारित कर बुवाई करें। बीज को उपचार करने के लिए 1 से 1.5 मिली जी-बायो फॉस्फेट एडवांस से 100 ग्राम गाजर के बीज को उपचार कर 30 मिनट तक छाया में सुखा कर बुवाई करें। अंग्रेजी गाजर की सिंचाई सामान्य एवं असिंचित भूमि पर अलग-अलग प्रकार से की जाती है। सामान्य क्षेत्रों में अंग्रेजी गाजर की फसल मात्र 5 से 6 सिंचाई में तैयार हो जाती है। इसके अलावा मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए 15 से 20 दिनों के अंदर ड्रिप सिंचाई के जरिए पानी दिया जा सकता है।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि फसल में पानी का अधिक जमाव न हो। इससे फल जमीन के अंदर उगने लगते हैं और फलों की गुणवत्ता भी कम हो जाती है। अंग्रेजी गाजर की फसल में खरपतवार के नुकसान से संभावना को कम करने के लिए हर 2 से 3 सप्ताह में निराई-गुड़ाई करने की सलाह दी जाती है। कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर खरपतवार नाशक का छिड़काव भी किया जा सकता है। इसके साथ ही पौधों की जड़ों पर मिट्टी चढ़ाने का काम भी करना चाहिए।
अंग्रजी गाजर की जैविक खेती करके किसान कम खर्च और कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आपको बता दें कि अंग्रजी गाजर की एशियाई किस्मों में यह बुआई के 100 से 130 दिनों के भीतर और यूरोपीय किस्मों में 60 से 70 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है। इसके बाद अंग्रजी गाजर को समय से खोदकर पौधे सहित सभी फल निकाल लेना चाहिए। किसान चाहे तो वैज्ञानिक तरीके से उन्नत किस्म की अंग्रेजी गाजर की जैविक खेती करके प्रति एकड़ 25 से 30 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त हो सकता है।
इसकी कुछ किस्मों की उपज 45 से 50 क्विंटल प्रति एकड़ तक होती है। इस प्रकार रबी सीजन में अंग्रेजी गाजर की जैविक फसल लगाकर 1 लाख रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है। क्यों की बाजार में 20, 30, 40 रुपए तक अंग्रेजी गाजर मिलती हैं, अगर आपको अंग्रेजी गाजर थोक भाव में 20 रुपए प्रति किलो भी बिक जाता है तो आप इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं। अगर प्रति एकड़ खेत में अंग्रेजी गाजर की जैविक खेती करने पर, अलगने वाली कुल लागत 20 से 25 हजार रुपए भी है तो आपको इससे दोगुने आमदनी प्राप्त होगी।
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