देश में यूरिया की बिक्री में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। अक्टूबर महीने के दौरान देश में यूरिया की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। जिससे वित्त वर्ष की पहली छमाही में यूरिया की कुल खपत में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अक्टूबर महीने के दौरान देशभर में 207.63 लाख टन यूरिया की बिक्री हुई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 192.61 लाख टन पर था।
यूरिया के अलावा डाई-अमोनियम फॉस्फेट और (डीएपी) की बिक्री में 19.6 प्रतिशत, म्यूरिएट ऑफ पोटाश (एमओपी) में 6.4 प्रतिशत और जटिल उर्वरकों की बिक्री में 21.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्टूबर छमाही के दौरान प्रमुख उर्वरकों की कुल बिक्री 368.57 लाख टन तक पहुंच गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.6 प्रतिशत ज्यादा है।
अक्टूबर में यूरिया के आयात में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। अक्टूबर महीने के दौरान देश ने कुल 15.33 लाख टन यूरिया का आयात किया गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यूरिया का आयात महज 4.64 लाख टन पर था। अप्रैल-अक्टूबर माह के दौरान कुल उर्वरकों का आयात 3.3 प्रतिशत घटकर 106.55 लाख टन पर आ गया, जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 110.17 लाख टन पर था।
यूरिया की बिक्री में वृद्धि से सरकार पर सब्सिडी का बोझ भी बढ़ सकता है। सरकार यूरिया पर 80 प्रतिशत सब्सिडी देती है। अक्टूबर में यूरिया की बिक्री में वृद्धि से सरकार को सब्सिडी के रूप में 1.28 लाख करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ सकता है।
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