नमस्कार किसान भाइयों, हमारे एक किसान भाई द्वारा कृषि जागृति को आलू की फसल की एक तस्वीर भेजी गई। जिसे कृषि जागृति द्वारा देखने के बाद पता चला की इस आलू की फसल की पत्तियां सिकुड़ रही है। तो हमारा कहना है की जिन किसान भाइयों की आलू की फसल की तस्वीर में दिखाई जैसी है तो आपने अभी सिंचाई नहीं की है और कर दी है तो आप कैसे उपचार कर सकते हैं। कृषि जागृति के इस पोस्ट में हम विस्तार से समझेंगे या जानेंगे।
जिन किसान भाइयों की आलू की फसल 30 से 35 दिन की हो गई है और सिंचाई नहीं की है व पत्तियां सिकुड़ रही है तो आप इसके लिए 100 से 150 किलोग्राम जी-सी पावर, 10 किलोग्राम जी-प्रोम एडवांस एवं 500 मिली जी बायो फॉस्फेट एडवांस को अच्छी तरह किसी छायादार स्थान पर मिलाकर 30 मिनट तक हवा लगने दे फिर आलू की प्रति एकड़ खेत में सुबह या संध्या के समय छिड़काव कर सिंचाई करें।
सिंचाई करने 10 दिन बाद या इस पर 15 से 20 मिली जी बायो फॉस्फेट एडवांस को 15 लीटर पानी के टैंक में मिलाकर स्प्रे करें। ध्यान रहे प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करने के लिए 75 से 100 लीटर पानी की आवश्यकता हैं। जो किसान भाई अपनी आलू की फसल की पहली सिंचाई कर ली है और उनकी आलू की फसल की पत्तियां सिकुड़ रही है तो इसके लिए 15 से 20 मिली जी बायो फॉस्फेट एडवांस को 15 लीटर पानी के टैंक में मिलाकर स्प्रे करें।
बेहतर परिणाम के लिए एक सप्ताह बाद पुनः स्प्रे करें। किसानों को ये समझ में नहीं आता है की उनके आलू की फसल में रोग क्यों लगते हैं। कुछ रोग इसलिए लगते है क्योंकि आप अपनी आलू की फसल की खेती के लिए मिट्टी एवं बीज को उपचारित नहीं करते हैं। जिससे मिट्टी जनित एवं बीज जनित रोग का आक्रमण होता है।
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