देश में इन दिनों रंग बिरंगी शिमला मिर्च की मांग बढ़ गई है। शिमला मिर्च को सेहत के लिए फायदेमंद मानते हुए भी इसकी बाजार में मांग बढ़ रही है। इसे देखते हुए इसकी जैविक खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो गई है। अगर आप इसकी खेती के जरिए अच्छा पैसा कमाना चाहते हैं तो शिमला मिर्च की जैविक खेती से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
5 रंगों में कर सकते है शिमला मिर्च की जैविक खेती
आपको दें कि शिमला मिर्च 5 रंगों में पाई जाती हैं। इनमें लाल, पीली, बैंगनी, नारंगी और हरा रंग शामिल है। शिमला मिर्च बेहद कम लागत में होने वाली एक ऐसी फसल है
इन राज्यों में कर सकते है शिमला मिर्च की जैविक खेती
भारत में शिमला मिर्च की खेती इन राज्यों में की जाती है। हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक इन राज्यों में शिमला मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर होती हैं।
शिमला मिर्च की जैविक खेती का उपयुक्त समय
हमारे देश में मौसम के अनुसार शिमला मिर्च की खेती का समय एक वर्ष में 3 बार की जा सकती है। इसकी पहली बुआई जून से जुलाई के महीने तक, दूसरी बुआई अगस्त से सितंबर के महीने तक और तीसरी बुआई नवंबर से दिसंबर के महीने तक की जा सकती है।
शिमला मिर्च जैविक खेती में जैविक खाद एवं उपयुक्त मात्रा
शिमला मिर्च की जैविक खेती करते समय खरपतवार व रोगों का नियंत्रण जैविक विधि से करने के लिए आपको सबसे पहले खेत तैयार होगा। इसके लिए आपको खेत को दो बार गहरी जुताई कर कुछ दिनों के लिए खुला छोड़ दे। फिर एक जुताई कर मिट्टी को उपचारित करें। मिट्टी उपचारित करने के लिए 100 से 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट में 10 किलोग्राम जी-सी पावर, 500 मिली जी स्युडो प्लस को किसी छायादार स्थान मिलकर 30 मिनट तक हवा लगने के बाद प्रति एकड़ खेत में छिड़काव करें। फिर बुवाई का कार्य शुरू करे। पौध को उपचारित कर, पौध उपचारित करने के लिए 25 लीटर पानी 75 मिली स्यूडी प्लस को मिलाकर कर पौध को 15 से 30 मिनट तक डुबो कर रखे। फिर इसके बाद बुवाई करें।
शिमला मिर्च फल कितने दिन में तैयार होती है?
ये फसल 60 से 75 दिनों की होती हैं। पॉली हाउस में इसकी जैविक खेती के लिए उपयुक्त समय अगस्त से सितंबर महीने तक की जा सकती है। किसान शिमला मिर्च की जैविक खेती साल के नौ महीनों तक कर सकता है।
शिमला मिर्च की फसल में लगने वाले प्रमुख रोग
शिमला मिर्च की फसल में लगने वाले रोग थ्रिप्स, माइट्स, एफिड्स, पेपर मोटल वायरस, पेपर माइल्ड मोटेल वायरस, और चिली लीफ कर्ल वायरस आदि हैं।
शिमला मिर्च की प्रति एकड़ जैविक खेती से कमाई
शिमला मिर्च की प्रति एकड़ जैविक खेत में शिमला मिर्च की खेती पर आने वाल खर्च लगभग 40 हजार रुपए तक का हो सकता है। जिसमें लगभग 50 से 100 क्विंटल शिमला मिर्च का उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। बाजार में शिमला मिर्च की औसत बिक्री दर 50 रुपए प्रति किलोग्राम तक रहती है। इस हिसाब से 50 क्विंटल शिमला मिर्च की बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि लगभग 2 से 2.5 लाख रुपये होगी।
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