केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में जानकारी दी कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के शुरू होने के बाद से 2022-23 के रबी मौसम तक किसानों को 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपए का बीमा भुगतान किया गया है। तोमर ने बताया कि अपनी फसलों के लिए 29 हजार करोड़ रुपए से अधिक कम प्रीमियम भुगतान करने वाले किसानों को राशि का भुगतान किया गया। उन्होंने बताया कि सभी खाद्य फसलों, तिलहन और वाणिज्यिक तथा बागवानी फसलों को शामिल किया गया है।
मंत्री तोमर ने कहां कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत नहीं आले वाली फसलों को पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत बीमित किया जा सकता है। इस योजना के तहत दावों को भुगतान मौसम के आधार पर किया जाता है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान से बचाना है। इस योजना से किसानों को अपनी फसलों की लागत का कुछ हिस्सा वापस मिल जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है।
इस योजना के तहत किसानों को मिलने वाले मुआवजे में कई बार विवाद भी होते हैं। किसानों का आरोप है कि उन्हें कम मुआवजा मिलता है। सरकार ने किसानों की शिकायतों को दूर करने के लिए कई उपाय किए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक महत्वपूर्ण योजना है, जो किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान से बचाने में मदद करती है। इस योजना के तहत किसानों को मिलने वाले मुआवजे में सुधार करने से किसानों को और अधिक लाभ मिल सकता है।
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