करनाल, हरियाणा कृषि विभाग ने राज्य में नैनो यूरिया तरल छिड़काव का एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसका उद्देश्य किसानों को बाजार में 100 रुपए में उपलब्ध नैनो यूरिया तरल उपलब्ध कराना है, जिसकी कीमत 220 रुपए है। इस परियोजना के तहत सरकार ने ड्रोन और अन्य माध्यमों से नैनो यूरिया तरल का छिड़काव करने की व्यवस्था की। कृषि विभाग के निर्देशानुसार सभी जिला उपनिदेशकों को नैनो यूरिया तरल का छिड़काव का लक्ष्य दिया गया है, ताकि खेती में दानेदार उर्वरकों के उपयोग को कम से कम किया जा सके।
इसके लिए किसानों को एक एकड़ में नैनो यूरिया तरल स्प्रे के लिए सिर्फ 100 रुपए देने होंगे। नैनो यूरिया के छिड़काव से किसान को 90 प्रतिशत फायदा होता है ये में नहीं कह रहा हु ये सरकार के द्वारा दिए जानकारी अनुसार बता रहा हु, जबकि दानेदार यूरिया की लागत किसान को प्रति एकड़ लगभग 3000 रुपए आती है। इस प्रोजेक्ट के तहत सरकार किसान से सिर्फ 100 रुपए लेगी, जिससे किसान को आर्थिक फायदा होगा। नैनो यूरिया का छिड़काव करने से फसल को 90 प्रतिशत लाभ मिलता है, जबकि दानेदार यूरिया खेत में डालने से केवल 25 प्रतिशत लाभ मिलता है।
ध्यान रहे इसमें दी गई जानकारी सरकार द्वारा बताई के अनुसार है। इसमें मेरे तरफ से कोई अलग से जानकारी नहीं जोड़ी गई है क्योंकि में अभी नैनो यूरिया तरल का छिड़काव अपनी फसलों पर नहीं क्या है जब करूंगा तब अपना अनुभाग बता दूंगा की आखिर में नैनों यूरिया किसानों के फसलों के लिए फायदेमंद है या नहीं अगर फायदा हो रहा है तो क्या लंबे समय तक होगा या फिर उसी तरह हरित क्रांति के नाम पर सरकार द्वारा किसानों से रासायनिक यूरिया फसलों पर छिड़कवाने से शुरू में तो ज्यादा पैदावार हुई लेकिन अब इसका नुकसान ही हो रहा है।
अगर नैनो यूरिया भी इसी तरह का निकला तो फिर किसान बर्बाद ही हो जायेंगे और किसानों की जमीन भी। अगर ये नैनो यूरिया फसलों पर लंबे समय तक फायदा करेगा तो बेहतर है नहीं तो इसको किसानों द्वारा फसलों पर इस्तेमाल करने से कोई फायदा नहीं होगा। अगर जो किसान भाई इस नैनो यूरिया तरल का छिड़काव अपने फसलों पर किए है तो कृपया वे अपनी अनुभाग हमें व्हाट्सएप पर बताएं ताकि सही जानकारी किसानों को मिल सके और नुकसान से बच सकें।
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