चौथम, बिहार जहां केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने किसानों के हितों के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं, वहीं कुछ दुकानदार लाभ कमाने के बजाय बर्बादी में लगे हैं। कृषि विक्रेता भी किसानों को पुराने कीटनाशक उपलब्ध कराने की कोई चिंता नहीं है। ऐसी ही एक घटना सामने आई है। क्षेत्र में एक किसान को एक प्रमुख दुकानदार ने पुराना कीटनाशक उपलब्ध कराया।
इसके अलावा जब 6 दिन बाद भी मक्के की फसल में कीट नहीं मरा तो किसान ने उसी दवा की बोतल लेकर दुकानदार के पास जाने का फैसला किया। हालांकि, दुकानदार ने मामले को नकारात्मक ढंग से सुलझा लिया। इसके बाद किसान कृषि कार्यालय की ओर बढ़े, लेकिन कृषि पदाधिकारी समय पर उपस्थित नहीं थे। किसान ने बताया कि यह दवा 2021 में बनी थी और इसकी एक्सपायरी डेट 8/23 छपी थी। उन्होंने बताया कि जब इसे लोगों को दिखाया गया तो बताया गया कि यह एक्सपायरी दवा है।
जिससे कीड़े नष्ट नहीं होते। कृषि पदाधिकारी ने बताया कि किसान की पहचान के लिए संबंधित दुकान से जांच कराई जायेगी। तो हमारा किसान भाइयों से यही निवेदन है की अगर आप किसी भी फसल के किसी तरह के कीटनाशकों का दवा लेने जाते है दुकानदारों के पास तो कृपया उस दवा जी मैनफेक्चरिंग डेट और एक्सपेयरी डेट जरूर देखें। नहीं तो कई ऐसे दुकानदार है जो किसान को जानबूझ कर पुरानी दावा दे देते है जो उनके दुकानों में कई सालो से राखी होती है।
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