मौजूदा विपणन सीजन के पहले तीन महीनों के दौरान 31 दिसंबर तक, धान की सरकारी खरीद में गिरावट देखने को मिल रही है। भारतीय खाद्य निगम द्वारा 299.33 लाख टन धान की सरकारी खरीद की गई है, जो पिछले साल की इसी अवधि के 347.87 लाख टन के मुकाबले 14 प्रतिशत कम है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि चालू वर्ष की खरीद निर्धारित लक्ष्य से काफी कम रह सकती है। धान खरीद के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पंजाब, हरियाणा और अन्य उत्तरी राज्यों में दिसंबर के अंत तक खरीद पूरी हो गई है।
जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह जनवरी के अंत तक जारी रहेगी। पंजाब में 125.08 लाख टन और हरियाणा में 39.42 लाख टन धान की खरीद हुई है। पंजाब में 122 लाख टन की खरीद लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ में धान की खरीद में काफी गिरावट देखने को मिली है। दिसंबर के अंत तक प्रदेश में 38.59 लाख टन धान की खरीद हुई, जो साल भर पहले के 51.61 लाख टन के मुकाबले 25 प्रतिशत कम है।
इसी तरह तेलंगाना में भी धान की खरीद में 28 प्रतिशत की कमी आई है। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक अगर केंद्र सरकार खरीद मानदंडों में ढील देकर छत्तीसगढ़ की नई सरकार को धान किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,203 के मुकाबले, 3,100 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान करने की अनुमति देता है, तो राज्य में खरीद में सुधार देखने को मिल सकता हैं।
यह भी पढ़े: किसानों को रबी सीजन के लिए 337.80 करोड़ का ऋण और जाने बीजों का वितरण प्रतिशत
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े रहे या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें। धन्यवाद