केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा बताया गया कि देश भर के 8 हजार पंजीकृत किसान उत्पादन संगठन में से लगभग 5 हजार किसान उत्पादक संगठनों को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है। शेष 3000 एफपीओ को ओएनडीसी से जोड़ने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जायेगी।
उत्पादकों को बेहतर बाजार पहुंच प्रदान करने के लिए तथा उपभोक्ताओं को अपनी उपज ऑनलाइन बेचने के लिए किसान उत्पादक संगठनों को ओएनडीसी पर शामिल करना जरूरी है। इस कदम का उद्देश्य इन किसान उत्पादक संगठनों की डिजिटल मार्केटिंग, ऑनलाइन भुगतान, बिजनेस-टू-बिजनेस और बिजनेस -टू-कंज्यूमर लेनदेन तक सीधी पहुंच को शशक्त बनाना है।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में 6,865 करोड़ रुपए के बजटीय प्रावधान के साथ शुरू की गई केंद्रीय योजना के तहत लगभग 8,000 एफपीओ पंजीकृत किए गए हैं। एफपीओ किसानों को बेहतर गुणवत्ता वाली वस्तुओं का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बेहतर प्रौद्योगिकी, ऋण और अधिक बाजारों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करते हैं।
यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है और किसान उत्पादक संगठन इसे आसानी से पूरा कर सकते हैं। ओएनडीसी पर पंजीकरण करके, किसान उत्पादक संगठन अपनी उपज सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने और अपनी आय में वृद्धि करने में सक्षम होंगे। यह पहल किसानों को सशक्त बनाने और उनकी आय में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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