चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत का बासमती चावल का निर्यात पांच अरब डॉलर के पर पहुंचने का अनुमान है। मध्य पूर्व के पारंपरिक बाजारों और संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम जैसे अन्य बाजारों से मजबूत मांग के चलते बासमती चावल के निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि की संभावना है। वित्तरीय वर्ष 2023-24 के पहले दस महीनों में बासमती निर्यात ने लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि दर बनाए रखी है और निर्यात मूल्य 4.58 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
व्यापार सूत्रों को उम्मीद है कि फरवरी के दौरान निर्यात में तेजी आएगी और चालू वित्त वर्ष के लिए मूल्य 5 अरब डॉलर को पार करेगा। आपको बता दें कि इससे पहले वित्तीय वर्ष 2013-14 में भारत से 4.87 अरब डॉलर मूल्य के बासमती चावल का निर्यात हुआ था। यह भारतीय बासमती चावल के निर्यात का सर्वकालिक उच्चतम स्तर था। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान यह रिकॉर्ड टूटने जा रहा है।
सऊदी अरब इस साल भी 6.75 लाख टन की मात्रा के साथ भारतीय बासमती चावल का सबसे बड़ा खरीदार बना हुआ है। इसके बाद 5.01 लाख टन की मात्रा के साथ इराक दूसरे और ईरान 5.16 लाख टन की मात्रा के साथ तीसरे पायदान पर है। यह रिकॉर्ड निर्यात भारतीय किसानों और चावल मिलर्स के लिए अच्छी खबर है। यह भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने में भी मदद करेगा।
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