केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने नई दिल्ली में आसियान-भारत मोटा अनाज महोत्सव का उद्घाटन किया। मोटा अनाज और मोटे अनाज से बने उत्पादों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके लिए एक बड़ा बाजार स्थापित करना इस उत्सव का उद्देश्य है। लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, थाइलैंड और वियतनाम के प्रतिनिधि इस महोत्सव में शामिल हुए हैं। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहां कि यह कार्यक्रम मोटे अनाज की जीवंतता और कृषि तथा पोषण को बदलने में इसकी अपार क्षमता को दर्शाता है।
मोटा अनाज किसानों, उपभोक्ताओं और पर्यावरण को अनगिनत फायदा पहुंचाता है और वैश्विक खाद्य पोषण सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने आगे कहां कि बाजार सहित मोटे अनाज प्राचीन अनाज है। इनकी खासियत यह है कि यह छोटा, लेकिन पौष्टिक होता है और शरीर को तागत प्रदान करता है। मोटे अनाज में कृषि, जलवायु और खाद्य सुरक्षा के प्रति हमारे नजरिए में क्रांतिकारी बदलाव लाने की शक्ति है।
कृषि विभाग के सचिव मनोज आहूजा ने मोटे अनाज को बढ़ावा देने और अपनाने के लिए आसियान देशों के साथ भारत के राजनयिक संबंधों को बढ़ावा देने में इस महोत्सव के महत्व पर जोर दिया। समारोह के दौरान, एक लघु वीडियो प्रस्तुति में मोटा अनाज उत्पादन, उसके उपयोग और उसकी पहुंच को बढ़ाने के लिए भारत सरकार की कोशिशों पर जोर दिया गया। आसियान-भारत मोटे अनाज महोत्सव एक महत्वपूर्ण पहल है। यह महोत्सव मोटे अनाज के क्षेत्र में सहयोग और विकास को बढ़ावा देगा।
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