महाराष्ट्र में नासिक जिले के लासलगांव स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी को प्रबंधन ने 8 दिनों के लिए बंद कर दिया है। अब यहां सोमवार 20 नवंबर को नीलामी शुरू होगी। इससे किसान नाराज हो गए। इससे किसानों को कफी हद तक नुकसान होगा। क्योंकि तब तक प्याज की नई फसल बाजार में आनी शुरू हो जाएगी। लासलगांव मर्चेंट एसोसिएशन ने इस संबंध में मार्केट कमेटी प्रशासन को पत्र दिया है। इसे प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है। मंडी समिति बंद रहेगी, क्योंकि व्यापारी वर्ग प्याज की नीलामी में भाग नहीं लेगा।
इसी तरह अनाज विभाग का व्यापारी वर्ग भी अगले शनिवार तक कृषि जिंसों की नीलामी में भाग नहीं लेगा। मंडी के प्रबंधन ने कहा कि यह बंदी दिवाली के त्योहार के कारण की जा रही है। इस दौरान मंडी में व्यापारियों की उपस्थिति कम होती है और नीलामी में भी कमी आती है। इसलिए, मंडी प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। इस बंदी से किसानों को भी नुकसान होगा।
किसानों को अपने प्याज को बेचने के लिए लंबा इंतजार करना होगा। इससे उनकी आय प्रभावित होगी। सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। सरकार ने प्याज के आयात को बढ़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा, सरकार ने प्याज का भंडारण बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए हैं। हालांकि, लासलगांव मंडी की बंदी से प्याज की कीमतों में तेजी आने की संभावना है।
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