भारतीय कपास निगम ने कपास उत्पादक किसानों को आश्वाशन दिया है कि वह अपने अधिकृत यार्डों में लाए गए सभी कपास की खरीद करेगा। मौजूदा सीजन के दौरान सीसीआई द्वारा 86 लाख कपास गांठ की खरीद की गई है। कपास की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य के आसपास होने के बावजूद इस सीजन के दौरान सीसीआई सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है और कुल खरीद में से लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा सीसीआई द्वारा खरीदा गया है।
दूसरी ओर व्यापारियों ने अपेक्षाकृत कम खरीदारी की हैं। सीसीआई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एल.के. गुप्ता ने बताया कि सीसीआई ने इस सीजन में अब तक 86 लाख गांठ कपास की खरीद की है, जो पिछले सीजन की 32.84 लाख गांठ की तुलना में कही ज्यादा है। इस बड़ी हुई खरीद का मुख्य कारण एमएसपी में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि है, जिसने बीज कपास की कीमतों को भी समान अनुपात में बढ़ाया है।
गुप्ता ने किसानों को आश्वस्त किया कि निगम अंतिम आवक तक उचित ग्रेड के कपास की खरीद जारी रखेगा। साथ ही किसानों को एमएसपी से कम कीमत पर अपना कपास न बेचने की सलाह दी गई है। खरीद प्रक्रिया 15 मार्च तक जारी रहने की संभावना है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में जगह की कमी के कारण अस्थायी रूप से खरीद रोकी गई थी, लेकिन यह रुकावट केवल 2 से 4 दिनों तक रही। इस सप्ताह के अंत तक सभी खरीद केंद्रों के सामान्य रूप से संचालित होने की उम्मीद हैं।
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