केंद्र ने प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रण करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा इसके न्यूनतम निर्यात मूल्य को बढ़ाने का फैसला किया गया है। सरकार द्वारा प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य प्रति टन 800 डॉलर निर्धारित कर दिया गया है। इससे पहले प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य प्रति टन 400 डॉलर था। केंद्र सरकार के इस फैसले के चलते 800 डॉलर प्रति टन से कम कीमत पर प्याज का निर्यात नहीं किया जा सकेगा। निर्यात मूल्य अधिक होने के कारण निर्यात बाजार में भारतीय प्याज की मांग घटने की संभावना है।
केंद्र द्वारा बढ़ाया गया न्यूनतम निर्यात मूल्य 31 दिसंबर, 2023 तक प्रभावी रहेगा। प्याज निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य लगाने के फैसले के साथ ही सरकार ने बफर के लिए अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज की खरीद की भी घोषणा की है। यह खरीद पहले से खरीदे गए 5 लाख टन के अलावा होगी। सरकार द्वारा बताया गया कि देश भर के प्रमुख खपत केंद्रों पर बफर से प्याज का निरंतर निपटान किया गया है। खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से प्याज आपूर्ति भी की गई है।
अब तक बफर से लगभग 1.70 लाख टन प्याज निपटान किया जा चुका हैं। प्याज की कम कीमतों से किसानों को नुकसान हुआ, और इससे घरेलू बाजार में भी प्याज की उपलब्धता कम हो गई। सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बनाए रखने और किसानों को लाभदायक मूल्य दिलाने के लिए प्याज के निर्यात मूल्य को बढ़ाने का फैसला किया।
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