देश के छोटे और सीमांत किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सेंट्रल ऑटोमोबाइल्स इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट (सीएसआईआर-सीएमईआरआई) ने सीएसआईआर प्राइमा ईटी 11 नामक कॉम्पैक्ट 100 प्रतिशत शुद्ध इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर विकसित किया हैं। गौरतलब है कि सीएसआईआर, सीएमईआरआई का विभिन्न रेंजों और क्षमताओं के ट्रैक्टरों के डिजाइन और विकास में लंबा इतिहास रहा हैं।
इसकी यात्रा 1965 में पहले स्वदेशी रूप से विकसित स्वराज ट्रैक्टर से शुरू होती हैं। उसके बाद 2000 में 35 एचपी सोनालिका ट्रैक्टर और फिर 2009 में छोटे और सीमांत किसानों के लिए 12 एचपी कृषि शक्ति के छोटे डीजल ट्रैक्टर बनाया गया है। अब सीएमईआरआई ने यह ई ट्रैक्टर विकसित किया हैं।
सीएसआईआर प्राइमा ईटी 11 की मुख्य विशेषताएं
पूरे ट्रैक्टर को स्वदेशी घटकों और प्रौद्योगिकियों के साथ डिजाइन और निर्मित किया गया हैं। किसान प्रारंपरिक घरेलू चार्जिंग सॉकेट का उपयोग करके 7 से 8 घंटे में ट्रैक्टर को चार्ज कर सकते हैं और खेत में 4 घंटे से अधिक समय तक ट्रैक्टर चला सकते हैं। सामान्य ढुलाई संचालन के मामले में ट्रैक्टर 6 घंटे से अधिक चल सकता हैं। ट्रैक्टर 500 किलोग्राम या उससे अधिक की भार उठाने में सक्षम हैं।
इसका मतलब ट्रैक्टर न केवल खेती के कामों के लिए उपयुक्त है, बल्की इससे माल ढुलाई का काम भी किया जा सकेगा। ट्रैक्टर 1.8 टन क्षमता वाली ट्रॉली को अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की गति से खींच सकता हैं। यह ट्रैक्टर महिलाओं के अनुकूल है। उदाहरण के लिए महिलाओं तक आसान पहुंच के लिए सभी लिवर, स्विच आदि लगाए गए हैं। इसके अलावा आसान संचालन के लिए कई यांत्रिक प्रणालियों को इलेक्ट्रिनिक स्विचों से बदला जा रहा हैं।
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