रक्षाबंधन का त्योहार आने ही वाला है और बाजार में रंगबिरंगी राखियों से सजने लगे हैं। इस बार अलग अलग डिजाइन की राखियां बाजार को गुलजार कर रही हैं। वहीं देश के कई राज्यों में गाय के गोबर से हर्बल राखियां बनाई है, जो इन राखियों की मांग बाजार में तेजी से बढ़ रही हैं।
इन राखियों का अलग अलग डिजाइन और साइज बनाया जा रहा है। जिस कारण राखियों की कीमत भी अलग अलग होती हैं। ये राखियां काफी सस्ती दर पर मिल रही है। जी हां अपने सही सुना ये मात्र 10 से 20 रुपए के रेट में राखियां बेची जा रही हैं।
रक्षाबंधन पर भद्रा होने की वजह से इसकी तारीख को लेकर लोगों में कंफ्यूजन बना हुआ हैं। पंचांग अनुसार 30 अगस्त को राखी बांधने के लिए रात 09:03 के बाद का समय शुभ है। शास्त्रों के अनुसार राखी बांधने के लिए दोपहर का मुहूर्त सबसे अच्छा माना जाता है।
ऐसे में जो लोग रात में राखी नहीं बांधते। वह अगले दिन 31 अगस्त को राखी बांध सकते है, क्योंकि पूर्णिमा तिथि इस दिन सुबह इस समय समाप्त हो जायेगी। खास बात ये है की 31 अगस्त को भद्रा का साया भी नहीं रहेगा।
गोबर वाली अनोखी राखी का विशेषता
रक्षाबंधन एक खास त्योहार है जब भाई और बहन के प्यार को मनाया जाता है। इस वर्ष, अपने रिश्तेदारों के साथ शेयर करने के लिए एक बहुत ही अनोखी राखी के बारे में चर्चा करेंगे। यह राखी विशेषता से बहुत हटकर है और आपके रिश्तों को और भी खास बना देगी।
गोबर वाली अनोखी राखी एक परम्परागत भारतीय राखी से काफी अलग है। इस राखी का आकर्षक डिजाइन और बनावट इसे अन्य राखी से अलग बनाती है। इसके मुख्य तत्व में से एक यह है कि यह गोबर से बनी होती है।
गोबर राखी के फायदे
गोबर वाली राखी का उपयोग एक आदर्श तरीके से विशेष दृष्टिकोण प्रदान कर सकती है। इसके फायदों में से एक यह है कि यह प्राकृतिक है और पर्यावरण को किसी भी तरह की क्षति नहीं पहुंचाती है। इसे बनाने के लिए गाय के गोबर का इस्तेमाल होता है,
जो एक प्राकृतिक उपादान है और वातावरण में छोड़ा जाता है। इसके अलावा, यह राखी धातुओं और प्लास्टिक के नुकसान पूर्ण सामग्री के मुकाबले एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प है।
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