मौसम विभाग ने कहां है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान हामून एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया हैं। इसके उत्तर-पूर्व को तरफ बढ़ने और 25 अक्टूबर की शाम के आसपास गहरे दबाव के रूप में खेपुपारा और चटगांव के बीच बंगलादेश तट को पार करने का अनुमान है। मौसम विभाग ने मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई हैं। मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए दुर्गा पूजा आयोजकों ने पर्व के दौरान संभावित बारिश और तेज हवाओं से निपटने की तैयारियां की हैं।
सरकार ने दुर्गा पूजा की धूम के बावजूद तटवर्तीय जिलों के जिलाधिकारी को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। बारिश की सूरत में प्रशासन से निचले इलाके से लोगों को निकालने को भी कहां है। हामून चक्रवाती तूफान के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय के साथ साथ दक्षिण में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना हैं।
चक्रवाती तूफान हामून तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसका प्रभाव ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर पड़ने की संभावना है। इसलिए, किसानों को इस तूफान से होने वाले नुकसान से बचने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसानों को यह याद रखना चाहिए कि चक्रवाती तूफान एक गंभीर प्राकृतिक आपदा है और इसके कारण काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए, इस तूफान से होने वाले नुकसान से बचने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है।
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