राजस्थान की मेड़ता मंडी में 08 से 14 दिसंबर के दौरान जीरे की कीमतों में 2,000 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट देखने को मिली। 08 दिसंबर को जीरे का भाव 41,000 रुपए प्रति क्विंटल था, जो 14 दिसंबर को घटकर 39,000 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। राजस्थान और गुजरात सरकार के कृषि विभाग द्वारा दोनों राज्यों में हुई रबी बुआई के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मौजूदा रबी सीजन के दौरान 11 दिसंबर तक राजस्थान और गुजरात में क्रमशः 6,51,120 हेक्टेयर और 4,33,754 हेक्टेयर क्षेत्रफल में जीरे की फसल बोई गई है। गुजरात में जीरे की फसल के तहत क्षेत्रफल में 93.51 प्रतिशत का उछाल देखने को मिल रहा है। मौजूदा रुझानों को देखते हुए इस साल जीरे का रकबा 30 से 40 प्रतिशत बढ़ सकता है। कई धनिया उत्पादक किसानों ने भी इस साल जीरे की फसल ली है। पिछले कुछ महीनों के दौरान मंडियों में जीरे की कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिली है।
मंडियों में जीरे की कीमतें 50 प्रतिशत तक लुढ़क चुकी है। हालांकि, इतनी बड़ी गिरावट के बावजूद कीमतें अभी भी पिछले साल की तुलना में ऊंची है। जीरे की फसल के तहत क्षेत्रफल में वृद्धि के चलते इस साल उत्पादन में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। उत्पादन में बढ़ोतरी के संकेत कीमतों को और गिराने में योगदान देंगे। हम किसानों को मौजूदा कीमतों पर अपनी फसल बेचने की सलाह देते है।
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