ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के 7 ब्लॉकों में कालीमुंडी कीटों के भयंकर प्रकोप ने मूंगफली की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे सैकड़ों किसान प्रभावित हुए हैं। द न्यू इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इन किसानों ने प्रति एकड़ लगभग 20 हजार रूपये का निवेश किया था, लेकिन अब उन्हें बड़े वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
प्रभावित किसानों ने बताया कि अधिकारियों से बार-बार अपील के बावजूद शुरुआती प्रकोप के एक सप्ताह बाद भी उन्हें कीटनाशक या अन्य सहायता नहीं मिल पाई। गर्दापुर ब्लॉक के रांकामुला के किसान जीवन बेहरा ने कहा कि मैंने 3 एकड़ में मूंगफली की खेती की थी और मार्च में कटाई की उम्मीद थी। लेकिन इन कीटों ने ज्यादातर पौधों को नष्ट कर दिए हैं। हमारे प्रयासों के बावजूद संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं।
चमानिया गांव में मूंगफली की मूंगफली की अधिकांश फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। पक्षपुर गांव के किसान अमूल्य परिदा ने बताया कि जो किसान महंगे कीटनाशक खरीदने का खर्च उठा सकते थे, वे भी अपनी सामान्य उपज से सिर्फ 8 प्रतिशत या उससे कम की उम्मीद कर रहे हैं।
किसान अब राज्य सरकार और कृषि विभाग से मदद की आस लगाए हुए हैं, ताकि उन्हें वित्तीय राहत और कीटनाशक सहायता मिल सके। यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए तो इस संकट से उनका जीवनयापन और खेती दोनों बुरी तरह से प्रभावित हो सकते हैं।
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