देशभर में रबी फसलों की बुवाई का काम शुरू हो चुका है। अगर आप नवंबर महीने में सब्जी की खेती करने का विचार बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, नवंबर महीने में सब्जी की बुवाई करने पर जनवरी से लेकर फरवरी तक कुछ हरी सब्जियां तैयार हो जाती हैं। ऐसे में सब्जियां बाजार में बेच कर अच्छा पैसा कमा सकते है।
आलू की खेती: उत्तर प्रदेश, पंजाब. हरियाणा और मध्य प्रदेश में आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। यह जमीन के अंदर पैदा होने वाली कंद फसल है। नवंबर महीने में इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
मटर की खेती: मटर एक नकदी फसल है, जिसका इस्तेमाल सब्जी या दाल के तौर पर भी किया जाता है। सर्दियों के बीच इसकी खेती भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है। इसकी डिमांड साल भर बनी रहती है।
चुकंदर की खेती: ठंडे मौसम में चुकंदर का पौधा अच्छी तरह से ग्रो करता है। इसलिए सर्दियों में उगाई जाने वाली फसल में चुकंदर को शामिल किया जाता है। आप नवंबर महीने में इसकी खेती कर सकते है।
फूलगोभी की खेती: फूलगोभी की खेती नवंबर महीने में की जाती है। इसे सभी प्रकार की भूमि में किया जा सकता है, परन्तु अच्छी जल निकास वाली दोमट या बलुई दोमट भूमि जिसमें जीवांश की प्रचुर मात्रा उपलब्ध हो, काफी उपयुक्त है।
पालक की खेती: पालक जैसी पत्तेदार सब्जियों को उगाने का सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि यह कम समय में पककर तैयार हो जाती है। इसकी खेती के लिए सामान्य सर्द मौसम ही सबसे अच्छा रहता है।
मेथी की खेती: पालक की तरह सर्दी के मौसम में लोग बड़े ही चाव से मेथी पराठा और मेथी रोटी खाते है। इससे दिसंबर और जनवरी महीने के दौरान मेथी की डिमांड मार्केट में बढ़ जाती है।
बैंगन: बैंगन की खेती भी नवंबर महीने में कर सकते है। इसकी मांग भी बाजार में ज्यादा रहती है।
गाजर की करें खेती: ऐसे गाजर मार्केट में सालों भर मिलता है, लेकिन यह सर्दी के मौसम में उगाई जाने वाली एक तरह की फसल है। इसकी फसल 70 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है।
यह भी पढ़े: गांव में रहकर शुरू करे ये पांच शानदार बिजनेस, होगी अच्छी कमाई प्रति दिन, जानिए कैसे?
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े रहे या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें। धन्यवाद