भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान हैदराबाद में स्थापित किया जा रहा है यह श्री अन्न वैश्विक उत्कृष्ट शोध केंद्र सर्वसुविधायुक्त रहेगा, जिसके माध्यम से देश दुनिया में श्री अन्न को बढ़ावा मिलेगा। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अधिकारियों से कहां है कि किसानों को इस केंद्र का अधिकाधिक लाभ मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। विशेषकर छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से श्री अन्न को बढ़ावा देने हेतु भारत की पहल पर अंतरराष्ट्रीय मिलेटस वर्ष-2023 भी मनाया जा रहा है।
तोमर द्वारा श्री अन्न वैश्विक उत्कृष्ट शोध केंद्र की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में बताया गया कि संस्थान के नवस्थापित बाड़मेर ( राजस्थान) एवं सोलापुर (महाराष्ट्र) स्थित दो क्षेत्रीय केंद्रों को भी सुदृढ़ बनाया जा रहा है। केंद्र को वैश्विक स्तर का अनुसंधान और प्रशिक्षण परिसर बनाने के लिए उन्नत अनुसंधान प्रयोगशालाओं के साथ आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं, सम्मेलन कक्षों और अंतराष्ट्रीय अतिथि गृह की स्थापना का भी प्रावधान किया गया हैं।
गौरतलब है कि श्री अन्न वैश्विक उत्कृष्ट शोध केंद्र स्थापना के लिए केंद्रीय बजट में 250 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस संबंध में केंद्र सरकार के स्तर पर कार्यवाही तेजी से प्रगति पर हैं, नियमित बैठकें भी हो रही है। इन उपायों से किसानों को श्री अन्न वैश्विक उत्कृष्ट शोध केंद्र का अधिकाधिक लाभ मिल सकेगा और देश की कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
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