हमारे एक किसान भाई द्वारा जो की परवल की खेती किए हुए है और उनका कहना है की हमारे परवल के पौधों की वृद्धि नहीं हो रही है और काफी दिन बुवाई किए हुए हैं। कृपया कोई सुझाव दे, तो हमने बोलो चिंता ना करे कृषि जागृति आपको बेहतर सुझाव देगा जिसे आप अपनी फसल पर इंप्लीमेंट कर अपने परवल के पौधों की वृद्धि कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे कृषि जागृति के इस पोस्ट में विस्तार से।
कृषि जागृति का सुझाव: जिन किसान भाइयों की परवल की फसल की पौधों की वृद्धि नहीं हो रही है, इसका मुख्य कारण है कि इसमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद नहीं हो रहे है, जो की मिट्टी से ही प्राप्त करते हैं। इसलिए जिन किसान भाइयों की परवल की पौधों की वृद्धि रुकी हुई है। वे किसान तुरंत ये जैविक कार्य करें।
सबसे पहले किसान भाइयों को अपने परवल के खेत में मिट्टी को पोषण तत्व प्रदान करे। इसके लिए हमारे किसान भाई 150 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट खाद में 10 किलोग्राम जी-सी पावर और 10 किलोग्राम जी-प्रोम एडवांस और 4 किलोग्राम जी-वैम को किसी छायादार स्थान पर मिलाकर 30 मिनट हवा लगने के बाद सुबह या संध्या के समय प्रति एकड़ परवल के खेत में बिखेर दें। फिर 24 घंटे के बाद सिंचाई करें।
सिंचाई करने के 10 दिन बाद परवल के खेत को खुरपी या खुदारी से पूरे खेत को हल्का हल्का खोड़ दें। खेत खोड़ने के बाद जहां-जहां परवल के पौध लगाएं है उस जगह थाला बना लें। फिर आपको 150 लीटर पानी में एक लीटर जी-बायो फॉस्फेट एडवांस और 100 किलोग्राम ताकि गोबर को अच्छी तरह मिलकर कर किसी छायादार स्थान पर ढक कर रखें। फिर 24 घंटे के बाद संध्या के समय परवल के प्रति पौधों में एक से डेढ़ मग डाले। फिर देखिए आपके परवल की पौधों की ग्रोथ में कैसे वृद्धि होती हैं। बताए गए सभी उपचार प्रति एकड़ खेत के लिए हैं।
अगर आप ऐसा करते है तो आप अपने परवल की फसल को बेहतर और संधार बनाने के अलावा परवल की फसल में लगने वाले रोगों की लगने की संभावना भी कम हो जाती हैं। और आप एक रोग मुक्त फसल एवं प्रोटीन युक्त उपज प्राप्त कर सकते हैं। जिससे आप भी स्वस्थ और आपकी फसल भी स्वस्थ और आपकी खेत की मिट्टी भी स्वस्थ रहेगी। फिर भी अगर आपकी परवल की फसल में कोई समस्या उत्पन होती है तो कृषि जागृति को जरूर साझा करें और बेहतर से बेहतर सुझाव प्राप्त करें।
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