उत्तरप्रदेश जीके के बिजनौर में बाढ़ और बारिश से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक कुल 2953 हेक्टेयर फसल बाढ़ से बर्बाद हुई है। जिले के 10925 किसानों को मुआवजे की श्रेणी में रखा गया है। प्रशासन ने मुआवजे के लिए साढ़े छह करोड़ रुपए का बजट राज्य सरकार से मुआवजा देने के लिए मांगा है। मुआवजा 17 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मिलेगा। एक किसान को अधिकतम दो हेक्टेयर का मुआवजा मिलेगा। किसानों के खाते में सीधे मुआवजे की धनराशि भेजी जाएगी।
आपको बता दें कि जिले में 16 नदियां हैं। इसमें सबसे ज्यादा गंगा, खो, बनैली, रामगंगा नदी में सबसे ज्यादा बाढ़ आईं। चांदपुर तहसील बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित रही। सर्वे के अनुसार लगभग 2953 हेक्टेयर फसल में 33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है। इस मुआवजा योजना के लिए आवेदन करने की तिथि निकट आ रही है, इसलिए बाढ़ से प्रभावित किसानों को जल्दी से जल्दी आवेदन करना चाहिए। आवेदन करने के लिए, किसानों को अपने नजदीकी कृषि विभाग या जिला प्रशासनिक कार्यालय में जाना होगा।
आवेदन प्रक्रिया के दौरान, किसानों को अपने बाढ़ से प्रभावित होने वाले खेतों की जानकारी, फसल का प्रकार, नुकसान की गणना और अन्य संबंधित विवरण प्रदान करने की आवश्यकता होगी। इस मुआवजा योजना के अंतर्गत, सरकार ने बाढ़ से प्रभावित किसानों को नकद राशि या किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह मुआवजा योजना किसानों को उनकी बाढ़ से बर्बाद हुई फसलों की पुनर्स्थापना करने और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगी।
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