इन दिनों गुजरात में कपास का भाव रिकॉर्ड बना रहा है। पंजाब और महाराष्ट्र में इसका दाम इतना नहीं मिल रहा जितना गुजरात में मिल रहा है। आपको बता दें कि राज्य की मंडियों में 6 दिसंबर को औसत दाम 6659 और अधिकतम भाव 8000 रुपये प्रति क्विंटल रहा है। जो देश में सबसे ज्यादा है। बेमौसम बारिश के कारण पंजाब और महाराष्ट्र में कपास की फसल खराब हो गई है इसलिए यहां दाम इतना नहीं मिल पा रहा है।
12 से 14 हजार रुपये प्रति क्विंटल पर बिक्री
आपको बता दें कि देश में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक गुजरात है। उसके बाद महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र के किसान अच्छे भाव की उम्मीद में कॉटन को स्टॉक कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार दो साल पहले वो 12 से 14 हजार रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर इसकी बिक्री हुई थीगुजरात में कपास की कीमत अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। इसका मुख्य कारण है कि गुजरात में कपास की गुणवत्ता अच्छी होती है। गुजरात में उत्पादित कपास का रेशा लंबा और मजबूत होता है।
यह कपास का उपयोग उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े और अन्य उत्पादों के निर्माण में किया जाता है।कपास की कीमत में वृद्धि से किसानों को काफी फायदा हो रहा है। इससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है और वे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर रहे हैं। कपास की कीमत में वृद्धि से किसानों को निम्नलिखित लाभ हो रहे हैं।
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