टमाटर की जैविक खेती करने के लिए, जैविक विधि से नर्सरी तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले आपको 5 बाय 6 की एक क्यारी बनाने होगी। क्यारी बनाने के बाद आपको टमाटर के उच्च गुणवत्ता के बीच का चयन करना होगा। टमाटर की जैविक नर्सरी तैयार करने के लिए कुछ उन्नत किस्में स्वीट-72, पूसा गौरव, पंजाब केसरी, Vo-3, पूसा सदाबहार, पूसा अर्ली, डवार्फ आदि हैं। जो कि भारत में सबसे ज्यादा उगाई जाती हैं।
बीज का चयन करने के बाद उस क्यारी को कुदारी या खुरपी से कोड़ कर मिट्टी को भुरभुरा बना कर समतल कर लें। फिर इस क्यारी के मिट्टी को उपचारित करें। आपको बता दें टमाटर की की जैविक खेती करने के लिए ये उत्तम समय हैं। आप इस समय नर्सरी तैयार कर सकते हैं, और दिसंबर के अंत तक बुवाई भी कर सकते हैं। क्योंकि टमाटर की खेती के लिए पूरा साल ही अच्छा होता हैं लेकिन किसान इसकी खेती दो बार ही करते हैं। पहली खेती जुलाई-अगस्त से शुरू होकर फरवरी मार्च तक चलती है।
दूसरी खेती नवंबर-दिसंबर से शुरू होकर जून जुलाई तक चलती है यानिकि फल निकलते हैं। मिट्टी समतल व भुरभुरा करने के बाद मिट्टी को उपचारित करने के लिए आपको 10 किलोग्राम 12 माह पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मिन कंपोस्ट में एक किलोग्राम जी-सी पावर अच्छी तरह मिलाकर कर उस क्यारी में बिखेर कर मिट्टी को एक से दो बार पलटे। मिट्टी को पलटने के बाद बीज को उपचारित करें। बीज उपचारित करने के लिए आपको 1 से 1.5 मिली जी-बायो फॉस्फेट एडवांस को 100 ग्राम टमाटर के बीज में मिलाकर उपचार करें।
टमाटर के बीज उपचार करने के बाद इसे 30 मिनट तक किसी छायादार स्थान पर सुखा लें। ध्यान रहे बीज सुखाने के बाद इसे सुबह या संध्या के समय ही उस क्यारी में छिड़काव करें। फिर हाथ से मिट्टी पर हेर फेर कर दें। ध्यान रहे प्रति एकड़ खेत के लिए 200 ग्राम से 250 ग्राम टमाटर के बीज की जरूरत पड़ती है नर्सरी के इस समय के लिए यानी नवंबर से दिसंबर के लिए और जुलाई से अगस्त के लिए 500 ग्राम बीज की जरूरत पड़ती हैं नर्सरी के लिए प्रति एकड़ खेत के लिए।
मिट्टी हेर फेर करने के बाद बीज अंकुरण होने तक इसे खरपतवारो से ढक दें। धूप से बचाने के लिए। बीज का अंकुरण होने के बाद इसे एक से डेढ़ फुट कोई सूती कपड़ा या नेट तान दें। नेट तानते के बाद इसकी निगरानी करते रहें। 20 से 25 दिन में नर्सरी मुख्य खेत में बुवाई के लिए तैयार हो जायेगी। ये नर्सरी प्रति एकड़ खेत के लिए बताई गई है क्योंकि एक एकड़ खेत में 4 से 5 हजार टमाटर के पौधे लगते हैं। इसके आगे का कार्यक्रम हम अगले पोस्ट में बताएंगे।
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