अगर खेती के जरिए ज्यादा कमाई करना चाहते हैं और अपने सेहत का बेहतर ख्याल रखना चाहते हैं तो कृषि जागृति के इस पोस्ट में हम आपको लहसुन की जैविक खेती के बारे में बता रहे हैं जिसकी मांग बाजार में हमेशा रहती है। अगर आपके पास भी खेत है तो आप अपने खेत में लहसुन की जैविक खेती कर लाखों की कमाई कर सकते हैं। भारत में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जाती है।
लहसुन की जैविक विधि से करें खेती
अगर आप भी नकदी फसलों की खेती करें और वैज्ञानिक तरीके से रिसर्च कर बीज लें, फसल की देखभाल और सिंचाई की व्यवस्था सही तरीके से करते है तो आप ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकते है।
लहसुन की बुवाई का उपयुक्त तरीका
बारिश के मौसम के बाद इसकी रोपाई कर सकते है। लहसुन की बुवाई 10 सेंटीमीटर की दूरी पर की जानी चाहिए। जिससे उसकी गांठ अच्छी तरह बैठे। इस दौरान खेत में जल निकासी की व्यवस्था जरूर रखें। इसके अलावा समय-समय पर सिंचाई करते रहे। लहसुन तैयार होने के लिए औसत 25 से 30 डिग्री सेलसियस तामपान अच्छा माना जाता है।
लहसुन की पैदावार
लहसुन की खेती में आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है। लेकिन लहसुन के बीज की कीमत की बात करें, तो वह प्रति एकड़ 25 से।30 हजार रुपये आता है। प्रति एकड़ में लहसुन की खेती से आपको 13 टन तक लहसुन की पैदावार मिल सकती है।
कितनी होगी प्रति एकड़ खेत से कमाई?
मंडियों में लहसुन की कीमतें उतरती चढ़ती रहती हैं। औसतन 100 से 120 रुपये इसका भाव बना रहता है। कभी कभी इसका भाव 200 से अधिक भी चला जाता है। अगर मंडियों में लहसुन की कीमतें ठीक-ठाक बनी रहती हैं तो किसान एक बीघे की खेती में भी आराम से लाखों का मुनाफा कमा सकता है। लेकिन अभी लहसुन का खुदरा भाव 200 रुपए प्रति किलोग्राम हैं।
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