केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्तम रूपाला ने विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के एशिया और प्रशांत के लिए 33वें सम्मेलन का उद्घाटन किया। नई दिल्ली ताजमहल होटल इस समारोह का हुआ है। पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन में भारत सहित 36 सदस्य देशों के प्रतिनिधि, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ट अधिकारी और क्षेत्र के निजी क्षेत्र और निजी पशु चिकित्सा संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए है।
सम्मेलन में भविष्य की चुनौतियों के लिए पशु चिकित्सा सेवाओं में लचीलापन और क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर विमर्श किया जा रहा है। साथ ही कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों मानव पशु पर्यावरण पर जोखिमों का आकलन करने के लिए वैज्ञानिकों के बीच चर्चा होने की उम्मीद हैं। पशुधन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमारे भोजन, कपड़े, और अन्य आवश्यक वस्तुओं का स्रोत है। पशुधन हमारे अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए भी महत्वपूर्ण है।
पशु स्वास्थ्य हमारे पशुधन के लिए महत्वपूर्ण है। पशु स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां हमारे पशुधन के उत्पादन और उत्पादकता को प्रभावित कर सकती हैं। वे हमारे स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा कर सकती हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए, हमें पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग और सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। हमें प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, क्षमता निर्माण, और क्षेत्रीय सहयोग के माध्यम से एक मजबूत पशु स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है।
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