केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और इजराइली कृषि मंत्री अवि दिखतेर ने दिल्ली में द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी कृषि, नवाचार, जल प्रबंधन और अत्याधुनिक तकनीक के क्षेत्रों में दृढ़ और व्यवहारिक सहयोग को और गहराई देने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। बैठक को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहां कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत छोटे किसानों के हितों को केंद्र में रखकर खेती को लाभदायक बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहां की इजराइल की उन्नत तकनीक और नवाचार भारत के कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाईयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होंगे। चर्चा के दौरान भविष्य में खाद्य सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने की रणनीतियों पर विशेष ध्यान दिया गया। खासकर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने वाले उन्नत बीजों के विकास को प्राथमिकता पर रखा गया है, ताकि बदलते मौसम में भी फसलों की उपज स्थिर और बेहतर बनी रही सके।
इजरायल, जो दुनिया में जल संरक्षण और मृदा प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी माना जाता है, उसके साथ इस समझौते से भारतीय कृषि को तकनीकी मजबूती मिलेगी। चौहान ने कहां कि यह साझेदारी केवल तकनीकी आदान-प्रदान तक सीमित नहीं, बल्कि यह कृषि को जलवायु संकट के अनुरूप ढालने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक दीर्घकालिक संकल्प है।
यह भी पढ़े: अमेरिका के 26 प्रतिशत शुल्क से भारत के बासमती चावल के निर्यात पर मंडराया संकट!