अमेठी, उत्तर प्रदेश के बाजार में उर्वरक की कमी एवं अनुचित बिक्री की समस्या के समाधान के लिए किसानों को भूमि के अनुसार खेतों में प्वाइंट ऑफ सेल मशीन के माध्यम से उर्वरक बेचने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही साथ खाद की अधिक बिक्री और गलत तरीके से बिक्री करने पर कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गयी है। किसान इस समय आलू, मटर, सरसों, गेहूं आदि फसलों की बुआई की तैयारी में जुटे हैं। बुआई के दौरान फॉस्फेटिक उर्वरक, डीएपी, एनपीके, एमओपी, एसएसपी और यूरिया की मांग अधिक रहती है।
उर्वरकों की अनुचित बिक्री और बाजार में अनियमितताओं की समस्या उभरने लगी है। इस मामले में कृषि विभाग किसानों को निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराने के लिए सक्रिय हो गया है। कृषि विभाग ने एक एडवाइजरी जारी कर फसल के हिसाब से उर्वरकों के इस्तेमाल की सलाह दी है। उर्वरक विक्रेताओं को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे किसानों को उनकी खतौनी में अंकित फसल की आवश्यकता के अनुसार ही उर्वरक बेचें।
उर्वरक बेचने के बाद उन्हें रसीद देने और स्टॉक रजिस्टर में स्टॉक अपडेट करने का भी निर्देश दिया गया है। प्वाइंट ऑफ सेल मशीन के माध्यम से उर्वरक बेचने से आपके व्यवसाय को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने में मदद मिल सकती है। यह आपको अपने ग्राहकों को तेजी से और आसानी से उर्वरक बेचने की अनुमति देता है।
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