पंजाब सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 14,524 करोड़ का आवंटन किया है। इस बजट में मक्का की खेती के लिए सब्सिडी, फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन और किसानों के लिए मुक्त बिजली जैसी महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। बजट में ऐलान किया गया कि धान के विकल्प के रूप में मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए बंठिडा, कपूरथला और गुरदासपुर में एक नई योजना शुरू की जाएगी। साथ ही मक्का उगाने वाले किसानों को प्रति हैक्टेयर 17,500 की सब्सिडी दी जाएगी।
जिससे लगभग 30,000 किसानों को लाभ मिलेगा। इस पहल के तहत 21,000 हेक्टेयर भूमि पर मक्का उगाया जाएगा। यह कदम 2025 के अंत तक 20 प्रतिशत इंथनॉल मिश्रण के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में है। राज्य सरकार ने विभिन्न फसल विविधीकरण कार्यक्रमों के लिए 115 करोड़ रुपए का आवंटन किया है। इसके अलावा कृषोत्रति योजना के तहत कृषि विस्तार, खाद्य सुरक्षा, बागवानी, बीज विकास और डिजिटल कृषि के लिए 149 करोड़ की राशि निर्धारित की गई है।
सरकार ने धान की पराली आधारित बॉयलरों को अपनाने वाले उद्योगों के लिए 60 करोड़ रुपए की पूंजी सब्सिडी देने की घोषणा की है। इससे हर साल 30 लाख टन पराली का उपयोग किया जा सकेगा। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए 500 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। यह राशि पराली प्रबंधन मशीनों की खरीद, कस्टम सेंटर की स्थापना और धान की पराली आपूर्ति श्रृंखला केंद्रों के विकास में मदद करेगी।
सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए मुक्त बिजली सब्सिडी जारी रखने का फैसला किया है। इसके लिए 9,992 करोड़ की राशि निर्धारित की गई है। सरकार का दावा है कि इससे किसानों की लागत कम होगी और खेती की और अधिक टिकाऊ बनाया जा सकेगा।
यह भी पढ़े: कोसी-मेची लिंक परियोजना को मिली मंजूरी, केंद्र देगा 3,652 करोड़ रुपए की सहायता!