पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों को छोड़कर देश के अधिकांश चावल उत्पादक राज्यों में चावल की खरीद में गिरावट आई है। इसीके चलते केंद्र सरकार ने पंजाब में खरीद की अवधि को एक सप्ताह बढ़ाकर 7 दिसंबर तक कर दिया है। मौजूदा खरीद सीजन में अक्टूबर नवंबर के दौरान चावल की कुल खरीद 7 प्रतिशत घटकर 202.28 लाख टन पर आ गई है। केंद्र द्वारा किसानों से 66,492 करोड़ रुपए मूल्य के धान की खरीद की गई है, जिससे लगभग 21 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2023-24 (अक्टूबर-नवंबर) के दौरान 521.27 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य रखा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक खरीफ चावल का उत्पादन 4 प्रतिशत घटकर 1063.1 लाख टन होने का अनुमान है, जो साल भर पहले 1105.1 लाख टन था। केंद्र सरकार ने पंजाब में धान की खरीद की अवधि को 30 नवंबर से बढ़ाकर 7 दिसंबर कर दिया है।
यह निर्णय पंजाब सरकार के अनुरोध पर लिया गया है। पंजाब में इस साल जुलाई में आई बाढ़ के कारण कुछ हिस्सों में धान की बुवाई में देरी हुई थी। इस कारण राज्य के कुछ हिस्सों में कटाई अभी भी चल रही है। चावल की खरीद में कमी के कारण सरकार के पास खाद्यान्न भंडार में कमी आएगी। इससे 2023-24 के रबी सीजन में खाद्यान्न की खरीद पर दबाव बढ़ेगा।
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