छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में 9.65 करोड़ रुपए अंतरित किए। इस राशि में गोबर विक्रेताओं को 4.93 करोड़ रुपए, गौठान समितियों को 1.45 करोड़ रुपए, स्व सहायता समूहों की 1.14 करोड़ रुपए की लाभांश राशि के साथ ही गौठान समिति के सदस्यों को 2.26 करोड़ रुपए की मानदेय राशि शामिल हैं। गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को अब तक 588.83 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठनों में अब तक 138.26 क्विंटल गोबर की खरीदी हो चुकी है, जिसके एवं में पशुपालक किसानों को 276.53 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह गौठान समितियों एवं महिला स्व सहायता समूहों को 280.04 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। इस योजना के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों को अब तक 2 किश्तों में लगभग 30 करोड़ रुपए की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि बोनस का भी भुगतान किया गया हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के मामले में गौठान समिति की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। 6453 गौठान स्वावलंबी गौठानों ने अब तक 83 करोड़ रुपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय किया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किश्तों का भुगतान भी बिल्कुल ठीक समय पर किया जा रहा हैं। अभी हाल ही में 28 सितंबर को योजना की तीसरी किश्त का भुगतान भी कर दिया गया हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस साल धान की खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ होगी। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि पिछले साल राज्य सरकार ने किसानों से 107 लाख 53 हजार टन धान की खरीदी की थी। इस साल 130 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है और उम्मीद है कि इस लक्ष्य को जरूर हासिल किया जाएगा।
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