खरीफ सीजन की नई फसल की आवक शुरू होने के बाद जनवरी 2024 से विभिन्न मसालों की कीमतों में कमी आने की संभावना है। विश्व मसाला संगठन के अध्यक्ष रामकुमार मेनन ने बिजनेस लाइन को बताया, पिछले वर्ष जीरा जैसे कई मसलों की कीमत में सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, अब हमे उम्मीद है कि जनवरी से नई फसल की आवक शुरू होने के बाद मसालों की कीमतों में गिरावट आएगी। इस साल मसालों की अच्छी फसल की उम्मीद है। इससे कीमतों का संतुलन बना रहेगा।
मेनन ने आगे कहां कि कुछ महीनों पहले जीरे की कीमतें 250 रुपए प्रति किलो के स्तर से बढ़कर 640 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी। अब यह घटकर 450 रुपए प्रति किलो तक नीचे आ गई हैं। हो सकता है कि कीमतें 250 रुपए के स्तर तक कम न हो, लेकिन ऐसा लग रहा है कि यह मौजूदा स्तर से कुछ घटकर स्थिर हो जायेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले साल मसालों की कीमत में 10-15% तक की कमी आ सकती है। हालांकि, यह भी संभव है कि मसालों की कीमतें स्थिर रहें या थोड़ी बढ़े।
भारत में, मसालों की कीमत में कमी आने से आम लोगों को राहत मिलेगी। साथ ही, मसालों का निर्यात भी बढ़ सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मसालों की कीमतें मौसम, उत्पादन और मांग जैसे कारकों से प्रभावित होती हैं। इसलिए, मसालों की कीमतों में कमी आने की संभावना के बावजूद, इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
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