भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) मौजूदा सीजन के दौरान चीनी के सकल उत्पादन के अपने अनुमान को 9.5 लाख टन से बढ़ाकर 340 लाख टन कर दिया है। एसोसिएशन ने जनवरी 2024 में पिछले अनुमान में 330.5 लाख टन उत्पादन की बात कही थी। आपको बता दें कि पिछले साल देश का कुल चीनी उत्पादन 330.90 लाख टन रहा था।
इम्मा के आंकड़ों के मुताबिक 29 फरवरी तक देश में लगभग 255.5 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। महाराष्ट्र ने सर्वाधिक 90.92 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। जबकि उत्तर प्रदेश का चीनी उत्पादन 78.16 लाख टन रहा है। पिछले साल की तुलना में उत्तर प्रदेश का चीनी उत्पादन बढ़ा है। पिछले साल की इसी अवधि के दौरान उत्तर प्रदेश में 70.04 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बाद देश तीसरे प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में 47 लाख टन उत्पादन हुआ। इस्मा ने बताया कि देश में अभी भी 466 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई का काम शुरू चल रहा हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक में पेराई के लिए गन्ने की उपलब्धता उम्मीद से अधिक है। जबकि उत्तर प्रदेश में गन्ने की उपलब्धता कम है।
340 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान भारत के लिए एक अच्छी खबर है। इससे घरेलू मांग को पूरा करने के साथ-साथ निर्यात के लिए भी पर्याप्त मात्रा में चीनी उपलब्ध होगी। यह अनुमान भारत के लिए अच्छी खबर है। चीनी उत्पादन में वृद्धि से घरेलू मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी और चीनी का निर्यात भी बढ़ेगा।
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