केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम के संशोधित रूप को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम, पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण और नई जोड़ी गई, पशु औषधि योजना सहित तीन प्रमुख घटक शामिल … [Read more...]
लम्पी बीमारी की स्वदेशी वैक्सीन बायोलम्पीवैक्सिन को मंजूरी!
भारत बायोटेक की पशु स्वास्थ्य शाखा बायोवेट को गांठदार त्वचा रोग यानी लम्पी स्किन डिजीज (एल एस डी) के लिए विकसित स्वदेशी वैक्सीन बायोलम्पीवैक्सिन के उत्पादन और उपयोग के लिए भारतीय दवा नियामक से मंजूरी मिल गई है। यह डेयरी मवेशियों और भैंसों के लिए एक … [Read more...]
पशुपालन कर रहे किसान भाई जान ले पशुओं में शुष्क काल के महत्व को!
गर्भकाल के आखिरी 3 महीने में बच्चे का विकाश तेजी से होता हैं। इसके साथ ही इस समय मादा पशुओं में दूध ग्रंथियों का विकाश भी तेजी से होता हैं। इसलिए इस दौरान इस समय मादा पशुओं को अधिक देखभाल की आवश्यकता होती हैं। इस समय मादा पशुओं की उचित देखभाल नहीं … [Read more...]
पशुपालन द्वारा गाय के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब!
विदेशी नस्ल की गाय कौन सी हैं! गाय के संबंध में विदेशी नस्ल की गायों में जर्सी गाय, होल्सटीन, फ्राईजियन, ब्राउन स्विम, शामिल हैं। फ्रिसवाल, करन स्विम, कारण फ्रिश, गिरलैंडो जैसी कुछ नस्लें भी हैं जिन्हें देशी एवं विदेशी नस्ल की गायों की फ्रांसब्रीड … [Read more...]
पशुपालन कर रहे किसान भाई जान ले, जन्म के बाद कैसा हो नवजात पशुओं का आहार!
बछड़े के जन्म के बाद से 3 महीने तक का समय बहुत महत्वपूर्ण होता हैं। आंकड़ों के अनुसार 0 से 3 महीने तक के बछड़ों की मृत्यु दर अधिक होती हैं। इसका मुख्य कारण है, नवजात पशुओं का आहार और सही देखभाल की कमी। बछड़े के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस समय उनकी उचित … [Read more...]