केंद्र सरकार ने इस साल गेहूं की बेहतर पैदावार को देखते हुए मध्य प्रदेश में सरकारी खरीद का लक्ष्य 10 लाख टन बढ़ाकर 70 लाख टन कर दिया है। अब पूरे देश के लिए गेहूं का संशोधित लक्ष्य 322.7 लाख टन कर दिया गया है। खरीद लक्ष्य में यह संशोधन केवल मध्य प्रदेश के लिए किया गया है, अन्य राज्यों के लक्ष्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अखिल भारतीय स्तर पर रोजाना 10 लाख टन से अधिक की गेहूं खरीद हो रही है, जो इस बात का संकेत है कि खरीद एजेंसियां इस बार सुचारू और तेज खरीद के लिए बेहतर तैयारी के साथ मैदान में उतरी हैं। सरकारी एजेंसियों की तेज रफ्तार खरीद और बेहतर तैयारी इस बार रिकॉड गेहूं संग्रहण की उम्मीद जगा रही है।
मध्य प्रदेश में गेहूं की दैनिक आवक 3 लाख टन से अधिक हो रही है। सोमवार को राज्य ने लगभग 2.5 लाख टन गेहूं खरीद की, जबकि अगले दिन शेष बैकलॉग को भी तेजी से निपटाया गया। गौरतलब है कि राज्य में 15 लाख से अधिक किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराया है।
कटाई की स्थिति पर नजर डालें तो मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान और गुजरात में 25 अप्रैल तक गेहूं की कटाई पूरी हो चुकी है। वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार में 88 प्रतिशत क्षेत्र में फसल कट चुकी है। हरियाणा में 92 प्रतिशत और पंजाब में 80 प्रतिशत गेहूं क्षेत्र की कटाई का कार्य संपन्न हो चुका है, जिससे खरीद प्रक्रिया को गति मिली है।
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