हिमाचल प्रदेश सरकार किसानों, बागवानों और पशुपालकों के आर्थिक सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास के लिए ठोस पहल कर रही है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने चंबा के चौवारी में आयोजित बाजरा खाद्य महोत्सव और किसान मेले में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष में एक लाख नए किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
इसका उद्देश्य टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना और किसानों की आय को सुरक्षित और स्थिर बनाना है। उन्होंने कहां की सरकार आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल कृषि पद्धतियों के जरिए किसानों की भागीदारी और लाभ बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। पठानिया ने बताया कि भट्ठियात क्षेत्र के दो कृषि जलवायु क्षेत्रों का विस्तृत अध्ययन पूरा कर लिया गया है, जो भविष्य की कृषि रणनीति तय करने में उपयोगी सिद्ध होगा।
इसी दिशा में भट्ठियात विधानसभा क्षेत्र में एक अत्याधुनिक कृषि शोध केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव भी रखा गया है, जिससे नई तकनीकों का प्रसार और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने क्षेत्र की जैविक खेती की परंपरा और संभावनाओं का उल्लेख करते हुए किसानों को लाल चावल और मक्के जैसी स्थानीय फसलों के लिए सहायता और समर्थन देने का भरोसा दिलाया। सरकार किसानों को उत्पादकता बढ़ाने और बाजारों तक पहुंच सुनिश्चित कराने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जल्द ही भट्ठियात का दौरा करेंगे और कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जिससे इस क्षेत्र की कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। इस कार्यक्रम के अंत में पठानिया ने उत्कृष्ट किसानों और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित किया और उन्हें प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए।
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